Description: श्री हनुमान - भगवान की भक्ति की पराकाष्ठा की मान्यता के साथ महावीर बजरंगबली भगवान शिव जी के ग्यारहवें रूद्र के रूप में प्रसिद्ध हैं। अमरत्व का वरदान प्राप्त कलियुग के प्रधान देवता हनुमान जी प्रत्येक भक्त के लिये सखा रूप प्रथम हैं और भगवान या देवता रूप बाद में। जिसकी जो मनोकामना हो, बस हनुमान जी से निवेदित कर दो, मानता मान लो, बस एक मुट्ठी चिरौंजी दाना या कुछ बेसन के लड्डुओं का भोग या एक नारियल समर्पित करो और जो चाहिये प्राप्त कर लो। यही तो उनकी लोकप्रियता का कारण है। तन पर एक वस्त्र और यज्ञोपवीत धारण किये, गदाधारण किये, भगवान श्री सीताराम के अनन्य भक्त और उन्हें हृदय में बसाये मंगल मूर्ति सबके चहेते हैं। पीला, लाल, सिन्दूरी रंग और इन्हीं रंगों के पुष्प व सभी सुगन्धों के पुष्प इन्हें भाते हैं। हनुमान जी की प्रिय वस्तुओं से निर्मित धूप से उनकी आराधना विशेष शीघ्र फलदायी होगी।