Maha Nature

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  |   20 |   10 Sticks

Description: Sugandh Sansar - Who does not like good fragrance? And if number of soothing, freshening fragrances are available together at one place, it's like icing on the cake. "Sugandh Sansar" dhoop sticks are combination of different sweet fragrances and is very much seductive for mind and heart.
सुगंध संसार - सुगन्ध किसे नहीं भाती? और जब भाँति-भाँति की सुगन्ध एक साथ, एक स्थान पर उपलब्ध हो जायें तो 'सोने में सुहागा'। "सुगन्ध संसार" धूपबत्ती अनेक सुगन्धों का सम्मिश्रण है और अत्यन्त मन-मोहक है।

  |   774 |   1 Unit

Description: Copper Hawan Kund with iron stand. Size 26 x 27 x 10 cm. Weight of kund 564 gm and Weight of stand 218 gm.

  |   22 |   10 Sticks

Description: श्री गणेश - श्री गणेश समस्त देवों में प्रथम पूज्य गणेश जी हैं। शुभ कार्यों में सर्वप्रथम श्रीगणेश जी की पूजा आराधना करने पर ही पूर्ण सफलता प्राप्त होती है। ये पिता भगवान श्री शिवशंकर, माता भगवती पार्वती, भाई श्री कार्तिकेय, भगिनी अशोकसुन्दरी, पत्नियाँ ऋद्धि.सिद्धि और पुत्र शुभ व लाभ के परिवार में मूशक वाहन पर शुशोभित रहते हैं। श्रीगणेश जी के प्रिय पुष्प लाल गुड़हल व श्वेत या नीला शंख पुष्प हैं। इन्हें लाल, सिंदूरी और पीला रंग भाता है। दूब और तुलसी प्रिय वस्तुयें हैं, मोदक व लड्डू प्रिय भोग हैं और जल तत्व के अधिपति हैं। स्वभाव से सरल, शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं और अपने भक्तों पर कृपा बनाये रखते हैं। श्रीगणेश जी के भक्त इनको प्रिय वस्तुओं से निर्मित धूप से प्रसन्न कर सकते हैं।

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10 off
198 178.2
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10 off
198   |   178.2 |   10 Sticks Each

Description: श्री गणेश - श्री गणेश समस्त देवों में प्रथम पूज्य गणेश जी हैं। शुभ कार्यों में सर्वप्रथम श्रीगणेश जी की पूजा आराधना करने पर ही पूर्ण सफलता प्राप्त होती है। ये पिता भगवान श्री शिवशंकर, माता भगवती पार्वती, भाई श्री कार्तिकेय, भगिनी अशोकसुन्दरी, पत्नियाँ ऋद्धि.सिद्धि और पुत्र शुभ व लाभ के परिवार में मूशक वाहन पर शुशोभित रहते हैं। श्रीगणेश जी के प्रिय पुष्प लाल गुड़हल व श्वेत या नीला शंख पुष्प हैं। इन्हें लाल, सिंदूरी और पीला रंग भाता है। दूब और तुलसी प्रिय वस्तुयें हैं, मोदक व लड्डू प्रिय भोग हैं और जल तत्व के अधिपति हैं। स्वभाव से सरल, शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता हैं और अपने भक्तों पर कृपा बनाये रखते हैं। श्रीगणेश जी के भक्त इनको प्रिय वस्तुओं से निर्मित धूप से प्रसन्न कर सकते हैं।

  |   22 |   10 Sticks

Description: श्री शिवशंकर - श्री शिवशंकर आदिदेव महादेव नीलकंठ रुद्र गंगाधर जैसे अनेक नामों से शोभित भोलेनाथ अर्थात् भोलेभाले भक्तों के सर्वस्त्र हैं। महायोगी भगवान शिवशंकर सदैव अपनी शक्ति के साथ पूजित अत्यन्त सरल सौम्य पृथ्वी रूप नन्दी वाहन की सवारी नीले कंठ में सर्प की कण्ठी हाथों में त्रिषूल डमरू और जटाओं में गंगा और चन्द्रमा धारण किये भक्तों को शीघ्र मृत्युंजय फल देने वाले हैं। अखिल विश्व ब्रह्माण्ड की सतोगुणी रजोगुणी व तमोगुणी प्रकशित के मध्य संतुलन शिव जी ही बनाये रखते हैं। इनके प्रिय रंग हरा सफेद पीला केसरिया और आकाशीय नीला है। प्रिय पुष्पों में कमल धतूरा आक आगस्त्य कनेर बेला पारिजात और गुड़हल है। विल्व पत्र से अर्चना और कर्पूर आरती शिव जी को बहुत भाती है। पीपल पलास बेल बरगद और शमी में भगवान शिव का वास माना जाता है। भूतभावन शिव जी के भक्त इनको प्रिय वस्तुओं से निर्मित धूप से प्रसन्न कर सकते हैं।

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198 178.2
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Description: श्री शिवशंकर - श्री शिवशंकर आदिदेव महादेव नीलकंठ रुद्र गंगाधर जैसे अनेक नामों से शोभित भोलेनाथ अर्थात् भोलेभाले भक्तों के सर्वस्त्र हैं। महायोगी भगवान शिवशंकर सदैव अपनी शक्ति के साथ पूजित अत्यन्त सरल सौम्य पृथ्वी रूप नन्दी वाहन की सवारी नीले कंठ में सर्प की कण्ठी हाथों में त्रिषूल डमरू और जटाओं में गंगा और चन्द्रमा धारण किये भक्तों को शीघ्र मृत्युंजय फल देने वाले हैं। अखिल विश्व ब्रह्माण्ड की सतोगुणी रजोगुणी व तमोगुणी प्रकशित के मध्य संतुलन शिव जी ही बनाये रखते हैं। इनके प्रिय रंग हरा सफेद पीला केसरिया और आकाशीय नीला है। प्रिय पुष्पों में कमल धतूरा आक आगस्त्य कनेर बेला पारिजात और गुड़हल है। विल्व पत्र से अर्चना और कर्पूर आरती शिव जी को बहुत भाती है। पीपल पलास बेल बरगद और शमी में भगवान शिव का वास माना जाता है। भूतभावन शिव जी के भक्त इनको प्रिय वस्तुओं से निर्मित धूप से प्रसन्न कर सकते हैं।

  |   22 |   10 Sticks

Description: श्री हनुमान - भगवान की भक्ति की पराकाष्ठा की मान्यता के साथ महावीर बजरंगबली भगवान शिव जी के ग्यारहवें रूद्र के रूप में प्रसिद्ध हैं। अमरत्व का वरदान प्राप्त कलियुग के प्रधान देवता हनुमान जी प्रत्येक भक्त के लिये सखा रूप प्रथम हैं और भगवान या देवता रूप बाद में। जिसकी जो मनोकामना हो, बस हनुमान जी से निवेदित कर दो, मानता मान लो, बस एक मुट्ठी चिरौंजी दाना या कुछ बेसन के लड्डुओं का भोग या एक नारियल समर्पित करो और जो चाहिये प्राप्त कर लो। यही तो उनकी लोकप्रियता का कारण है। तन पर एक वस्त्र और यज्ञोपवीत धारण किये, गदाधारण किये, भगवान श्री सीताराम के अनन्य भक्त और उन्हें हृदय में बसाये मंगल मूर्ति सबके चहेते हैं। पीला, लाल, सिन्दूरी रंग और इन्हीं रंगों के पुष्प व सभी सुगन्धों के पुष्प इन्हें भाते हैं। हनुमान जी की प्रिय वस्तुओं से निर्मित धूप से उनकी आराधना विशेष शीघ्र फलदायी होगी।

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Description: श्री हनुमान - भगवान की भक्ति की पराकाष्ठा की मान्यता के साथ महावीर बजरंगबली भगवान शिव जी के ग्यारहवें रूद्र के रूप में प्रसिद्ध हैं। अमरत्व का वरदान प्राप्त कलियुग के प्रधान देवता हनुमान जी प्रत्येक भक्त के लिये सखा रूप प्रथम हैं और भगवान या देवता रूप बाद में। जिसकी जो मनोकामना हो, बस हनुमान जी से निवेदित कर दो, मानता मान लो, बस एक मुट्ठी चिरौंजी दाना या कुछ बेसन के लड्डुओं का भोग या एक नारियल समर्पित करो और जो चाहिये प्राप्त कर लो। यही तो उनकी लोकप्रियता का कारण है। तन पर एक वस्त्र और यज्ञोपवीत धारण किये, गदाधारण किये, भगवान श्री सीताराम के अनन्य भक्त और उन्हें हृदय में बसाये मंगल मूर्ति सबके चहेते हैं। पीला, लाल, सिन्दूरी रंग और इन्हीं रंगों के पुष्प व सभी सुगन्धों के पुष्प इन्हें भाते हैं। हनुमान जी की प्रिय वस्तुओं से निर्मित धूप से उनकी आराधना विशेष शीघ्र फलदायी होगी।